हर उस माँ के लिए जो इस दुनिया में नहीं है
तुम आज भी मुझे बड़ी शिददत से महसूस होती हो,
रसोई में बर्तन की खट - खट में महसूस होती हो .
जब मैं करता हूँ कोई शरारत ..
तो पीछे से आती हुयी आहट में महसूस होती हो..:( :(
तुम आज भी मुझे बड़ी शिददत से महसूस होती हो,
रसोई में बर्तन की खट - खट में महसूस होती हो .
जब मैं करता हूँ कोई शरारत ..
तो पीछे से आती हुयी आहट में महसूस होती हो..:( :(