Tuesday, November 27, 2012

masoom-a new born feeling.



read it with your parents..
 
कुछ लोगों से बात करके लगा जैसे मैं बड़ी हो गयी..
गुमराह हो गयी अपने आपसे,और दुनिया की भीड़ में खडी हो गयी..
पर जब एहसास हुआ अपनी भूल का..
लोगों की दरिंदगी का..
तब मैंने जाना कि अभी तो मैं बहुत छोटी हूँ..
मम्मी-पापा !! मैं आपकी बेटी हूँ...:)
                                      




 
कुछ ऐसी ही मासूम सी होती हैं बेटियाँ. 1 अरब की आबादी वाला देश भारत,हर तरफ बस बुरी नीयत रखने वाले लोग,इसके बाद भी इस देश की बेटियों ने अपने आप को सुरक्षित रखते हुए ना सिर्फ अपने माँ-बाप की इज्ज़त का खयाल रखा है बल्कि हर कदम पर उनका नाम रोशन किया है. कुछ बड़े नाम लेने भर से हम बेटियों की मेहनत और उनकी शोहरत का अंदाज़ा नहीं लगा सकते. हर बेटी अपने आपमें खास है.
every daughter is like princess to her father and every father is like a super hero to her daughter
तो देर किस बात की है, अपनी बेटी को चाय बनाने के लिए प्यार से बोलिए और बैठ जाईये अपने परिवार के साथ आगे की कहानी पढने के लिए..क्यूंकि
“हर बेटी बहुत ख़ास है..वो आपकी बेटी है..आखिर उसमे कुछ तो बात है...”
 
हर साल करीब 70 हज़ार लड़कियां करती हैं आत्महत्या 
 
हर साल भारत में लगभग १ लाख ५० हज़ार लोग मौत को गले लगा लेते हैं.जिनमे से 70 हज़ार लडकियाँ हैं. ये आंकड़े भारतीय मानवाधिकार आयोग द्वारा हाल ही में जारी किये गए. इनमे से अधिकतर लडकियाँ किशोर अवस्था में थी. आप भी अपने आस पास ऐसे सैकड़ों किस्से सुनते होंगे लेकिन बिना उनका कारण जाने,बस थोड़ी सी गप्पे लड़ा कर आप उन्हें भूल जाते हैं. हम शायद ये भूल जाते हैं कि हमारे साथ भी ऐसा कुछ हो सकता है. हमारे अपनों के साथ, शायद खुद हमारे अपने बच्चों के साथ.
The recent surveys have showed that many girls commit suicide not because they suffer mental stress due to studies and love affair related matters. But the main reason is that they don’t get any guidance from their families. Studies reveal that out of the 2/3rd suicides notes written by girls contained this soulful line-
“I am sorry mummy daddy main aapki expectations ko pura nahi kar payi. Mujhe kuch nahi samajh aa rha tha ki main kya karun isliye ye kar rahi hun”
 
There is always guilt and feeling which they want to share and discuss with their family but they can’t because of the ignorance and fear of losing respect in their parent’s eyes.
 
बात करने से उन्हें भी अच्छा लगेगा. वो आपके और करीब आ जाएँगी. हर माँ अगर सिर्फ एक बार  डांट कर पूछ ले तो बेटियां सब कुछ बता देंगी और एक पिता अगर थोडा सा प्यार से समझा दे तो बेटी हमेशा के लिए सही रास्ते पर आ जाएगी. ये बातें हम सब जानते हैं पर जानबूझ कर अनदेखी करते हैं. हमें पता है की हमारे बच्चे कुछ न कुछ गलत रास्ते पर जरुर होंगे पर हम उन्हें इस बारे में नहीं पूछते हैं. एक ऐसे समाज में जहाँ हर तरफ बस गलत लोगों का बोलबाला है ऐसे में हम कैसे ये भरोसा कर लेते हैं की हमारे बच्चे बहुत अछे हैं. जरुरत उन पर शक करने की नहीं,जरुरत है उनकी देख रेख करने की वो भी उन्हें ये बता कर की हमें पता है की तुम गलत कर रही हो. उन्हें प्यार से समझाएं और जरुरत पड़ने पर थोडा सा डांटें भी जरुर. आपकी थोड़ी सी सतर्कता,बहुत सारा प्यार और जरा सी बंदिश उन्हें इतनी सीख दे देगी कि वो कभी गलत करने के बारे में सोचेंगी भी नहीं. मुझे पता है आप ये पढ़ कर अपनी बेटी से जरुर इन सब चीजों के बारे में बात करेंगे. देखिये उसकी आँखों में वो आपसे कुछ कहना चाहती है. बेटी आपकी है .. अधिकार भी आपका है.
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हाँथ थाम लीजिये उनका आगे बढ़कर.
वरना आपके आंसू खतम हो जायेंगे रो रो कर.
एक प्यार का स्पर्श उन्हें आपके पास वापस ला सकता है.
और एक छोटी सी अनदेखी उन्हें हमेशा के लिए दूर ले जा सकती है.
वो डर की वजह से आपसे कुछ कह नहीं पाएंगे.
इसलिए भरोसा दिलाईये उन्हें..आज ! अभी ! इसी वक़्त..!!
क्यूंकि मुझे पता है कि आप उनके बिना रह नहीं पाएंगे.

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Mummy papa please save me..
मुझे आपकी जरुरत है.

 
मैं एक बेटी हूँ. मम्मी-पापा, भैया, दीदी, दादा-दादी,चाचा-चाची मुझे आप सब लोगों से कुछ कहना है-
  1. माना की मैं बड़ी हो गयी हूँ पर मुझे कभी कभी सबके साथ सोना है.
  2. मम्मी मुझे आपकी गोद में सर रख के रोना है.
  3. पढाई करती हूँ पर कभी कभी कुछ समझ में नहीं आता. और सब कुछ इतना पीछे छूट जाता है कि आगे कुछ कर ही नहीं पाती.
  4. बहुत मेहनत कर रही हूँ पढाई में भी और बाकी सारी चीजों में भी.बस आप तोडा सा समझाओगे तो सब समझ जाउंगी.कभी आपका दिल नहीं दुखाउंगी.
  5. Everyone tries to influence me by his/her talks. I get misguided sometimes .I am trying my best. I will never let you feel down.
  6. You have given me enough of freedom now at this stage I need some more guidance. Mummy please talk to me and explain the feelings which I go through but can’t understand its true sense.
  7. I know my limits.
I am just doing wrong a bit.
I am still innocent. I am your daughter.
I promise I will turn myself better.